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स्टोरेज डिवाइस मेमोरी Storage Device Memory



प्राइमरी मेमोरी- यह कंप्यूटर की आंतरिक मेमोरी है जो फाइलों के वर्तमान और सक्रिय डेटा को स्टोर करता है|

रैम कंप्यूटर की एक मुख्य मेमोरी है जो डेटा को अस्थायी रूप से स्टोर करती है और इसे अस्थायी और वोलेटाइल  मेमोरी के नाम से भी जाना जाता है|
डेटा को रैम में स्टोर किया जाता है रैम को सेमीकंडक्टर मेमोरी भी कहते है।
 रैम दो प्रकार की होते हैं-
S.RAM
स्टैटिक रैम- इसे कैशे मेमोरी भी कहा जाता है कैश मेमोरी एक छोटी और तेज मेमोरी होती है जो रैम और सीपीयू के बीच होती है यह तेज गति से डेटा ट्रांसफर करती है| 
 यह कंप्यूटर के प्रदर्शन के माध्यम से 3 लेवल लेवल 1 लेवल 2 लेवल 3 |
D.RAM- वह आंतरिक RAM है जो एक्सटेंशन कार्ड द्वारा आपकी आवश्यकता के अनुसार हो सकती है।
D. RAM के प्रकार 
EDO. RAM- एक्सटेंडेड डेटा आउटपुट रैम(Extension Data Output RAM)
FPM.RAM-  फर्स्ट पेज मोड रैम(First Page Mode RAM)
SD.RAM- सिंक्रोनाइज डायनामिक रैम(Synchronized Dynamic RAM)
RD.RAM- रैमबस डायनामिक रैम(Rambus Dynamic RAM) 
DDRSD.RAM- डबल डाटा रेट सिंक्रोनाइज डायनामिक रैम(Double Data Rate/Synchronized Dynamic RAM)
DDR2SD.RAM- डबल डाटा रेट 2 सिंक्रोनाइज डायनामिक रैम(Double Data Rate2/Synchronized Dynamic RAM)
DDR3SD.RAM- डबल डाटा रेट 3 सिंक्रोनाइज डायनामिक रैम(Double Data Rate3/Synchronized Dynamic RAM)
DDR4SD.RAM- डबल डाटा रेट 4 सिंक्रोनाइज डायनामिक रैम(Double Data4 Rate/Synchronized Dynamic RAM)
ROM(Read Only Memory)- ROM कंप्यूटर की स्थायी आंतरिक मेमोरी है, जिसमे कंम्प्यूटर की आंतरिक इनफोरमेशन स्टोर रहती है, जिसे संशोधित नहीं किया जा सकता है ROM एक  नॉन - वोलेटाइल मेमोरी है जिसे BIOS (बेसिक इनपुट आउटपुट सिस्टम) के रूप में भी जाना जाता है।
ROM के प्रकार
F-ROM- Flash Read Only Memory
M-ROM- Mask Read Only Memory
P-ROM-Programmable Read Only Memory
EEP-ROM- Electronically Erasable Programmable Read Only Memory
EP-ROM- Erasable through High Voltage Data External plug-In
  1. Volatile- इसे PRIMARY MEMORY के नाम से भी जाना जाता है, इसे मुख्य मेमोरी भी कहते हैं, यह सीधे CPU के सम्‍पर्क में रहती है तथा इसके DATA और INSTRUCTION का CPU द्वारा FAST तथा प्रत्यक्ष उपयोग होता है, इसे (Volatile) MEMORY इसलिये कहा जाता है क्‍योंकि यह MEMORY DATA को PERMANENTLY STORE नहीं कर सकती है उदाहरण - RAM
  COMPUTER को हमारे BRAIN की तरह ही बनाया गया है फ़र्क इतना है हम सब थकते पर COMPUTER नहीं
  1. Non-volatile - इसे SECONDARY MEMORY के नाम से जाना जाता है इसका USE ज्‍यादा मात्रा में डेटा को स्थायी रूप से STORE करने के किया जाता है इसलिये Secondary Memory को स्टोरेज बताया गया है  उदाहरण - HARD DISK

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