What is E-commerce and it's benifits ईं-कॉर्मस क्या है और उसके लाभ-
1991 मे इंटरनेट की शुरुआत हुई तब किसी ने नही सोचा था की एक दिन इंटरनेट के माध्यम से हम अपना प्रोडेक्ट सीधे कस्टामर तक पहुंचा सकेगे पर इसको सफल बनाया 1999 मे लांच हुई अमेजन कंपनी ने, आज करोड़ो लोगो तक कोई भी सामान ग्राहकों तक सीधे पहुंचना हो या खरीदना हो तो ई-कॉमर्स के माध्यम से लोग खरीद सकते है|
Types of E-commerce ई-कॉर्मस के प्रकार-
बी2बी (बिजनेस से बिजनेस)
बी2सी (बिजनेस से कस्टमर)
सी2बी (कस्टमर से बिजनेस)
सी2सी (कस्टमर से बिजनेस)
बी2बी (बिजनेस से बिजनेस)-
जब दो कंपनियां आपस मे एक दूसरे से कच्चा माल या Motor Vehicle के Parts मांगती है, आपस मे बिजनेस करती है तो उसे बी2बी (बिजनेस से बिजनेस) कहते है|
बी2सी (बिजनेस से कस्टमर)-
इस प्रकार के ई-कॉर्मस बिजनेस जो सीधे कास्टमर तक अपना सामान बेच उसे बी2सी (बिजनेस से कस्टमर) कहते है जैसे Flipcart, Amazon, Messho, Snapdeal, Myntra, आदि|
सी2बी (कस्टमर से बिजनेस)-
इस प्रकार के ई-कॉर्मस बिजनेस मे कंनजुमर अपने प्रोडेक्ट को किसी कंपनी को बेचते है जिसमे हैन्डीक्राफ्ट, पुराने सिक्को, नोटो, डाक टिकटो को बेचना आदि शामिल है कुछ कंपनी जो सामान खरीदती है वो प्रमुख है Indiamart.com, Amazon Sell आदि|
सी2सी (कस्टमर से कस्टमर)-
इस प्रकार के ई-कॉर्मस मे कस्टमर सीधे कस्टमर तक आपस मे एक दूसरे से सामान खरीदते है बेचते जिसमे olx.in, carbazar आदि|
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